मानसून की हलचल: छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून की दस्तक- छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून ने दस्तक दे दी है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आई नम हवाओं के चलते राज्य में बारिश की गतिविधियों में तेजी आई है। मौसम विभाग ने गरज-चमक, तेज हवाएं और बारिश का अलर्ट जारी किया है जो अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।
मानसून की हलचल: छत्तीसगढ़ में प्री-मानसून की दस्तक
दक्षिण-पश्चिम मानसून ने भारतीय उपमहाद्वीप में प्रवेश कर लिया है और अब इसका असर छत्तीसगढ़ में भी दिखने लगा है। अरब सागर और बंगाल की खाड़ी से आने वाली नमी से राज्य में मौसम सक्रिय हो गया है।
अगले 7 दिन मौसम कैसा रहेगा?
मौसम विभाग के अनुसार, आने वाले एक सप्ताह तक राज्य में गरज-चमक, तेज हवाएं (50-60 किमी/घंटा) और मध्यम से भारी बारिश हो सकती है। इससे तापमान में गिरावट आने की संभावना है और गर्मी से राहत मिलेगी।
सक्रिय हो रहे हैं मौसमी तंत्र
- पूर्व-मध्य अरब सागर में उत्तर कर्नाटक-गोवा तट के पास ऊपरी हवा का चक्रीय परिसंचरण सक्रिय है।
- इससे निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है जो अगले 24 घंटे में और प्रबल हो सकता है।
- एक अन्य पूर्व-पश्चिम द्रोणिका पंजाब से बांग्लादेश तक गुजर रही है, जिससे बंगाल की खाड़ी से छत्तीसगढ़ में नमी प्रवेश कर रही है।
23 मई को कहां-कहां हो सकती है बारिश?
- सरगुजा व बस्तर संभागों में कई स्थानों पर हल्की से मध्यम बारिश।
- रायपुर, बिलासपुर, दुर्ग में कुछ स्थानों पर हल्की बारिश।
- एक-दो स्थानों पर अंधड़, गरज-चमक और वज्रपात की संभावना भी है।
तापमान में गिरावट से राहत
मौसम विभाग का कहना है कि अगले 24 घंटे में अधिकतम तापमान में 3-5 डिग्री सेल्सियस की गिरावट आ सकती है। इससे लोगों को गर्मी से राहत मिलेगी, हालांकि इसके बाद तापमान स्थिर रहने की संभावना है।
पिछले 24 घंटे में कहां-कितनी बारिश हुई?
- भैरमगढ़: 5 सेमी
- कुटरू, सुहेला: 4 सेमी
- मोहला, अहिवारा, बागबाहरा: 3 सेमी
- कई अन्य स्थानों पर 1-2 सेमी बारिश दर्ज
अगले कुछ दिन रहें सतर्क
मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि 23 मई को कुछ स्थानों पर भारी बारिश और तेज हवाएं चल सकती हैं। दो दिनों बाद भी यही स्थिति बनी रह सकती है। ऐसे में लोगों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
रायपुर का मौसम पूर्वानुमान
- 23 मई को आसमान रहेगा मेघमय
- गरज-चमक के साथ बौछारें पड़ सकती हैं
- अधिकतम तापमान: 34°C
- न्यूनतम तापमान: 23°C
छत्तीसगढ़ में मानसून पूर्व गतिविधियों के चलते बारिश का दौर शुरू हो गया है। गरज-चमक और तेज हवाओं के बीच लोगों को राहत के साथ-साथ सतर्क रहने की भी जरूरत है। यह बारिश खेती के लिए लाभकारी साबित हो सकती है, लेकिन वज्रपात व अंधड़ से सुरक्षा बरतना आवश्यक है।